बी. रमेश बाबू प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, करूर वैश्य बैंक
प्रमुख विशेषताएं:
कुल व्यवसाय में वर्ष-दर-वर्ष 14.93% की वृद्धि हुई, जबकि तिमाही में 3.32% की वृद्धि देखी गई।
जमाराशि में वर्ष-दर-वर्ष 15.75% की वृद्धि हुई, जबकि तिमाही में 3.46% की देखी गई।
ऋण पुस्तिका में वर्ष-दर-वर्ष 13.96% की वृद्धि हुई, जबकि तिमाही में 3.16% की वृद्धि देखी गई।
सीएएसए में वर्ष-दर-वर्ष 4.28% की वृद्धि हुई, सीएएसए अनुपात 28.41% रहा।
पीपीओपी में वर्ष-दर-वर्ष 21.15% की वृद्धि हुई।
एनआईएम 4.09% रहा, जो वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 11 आधार अंक कम है।
अन्य आय में वर्ष-दर-वर्ष 29% की वृद्धि।
अवधि के लिए लागत एवं आय अनुपात 47.06% रहा।
तिमाही के लिए आरओए 1.74% रहा।
तिमाही के लिए आरओई 17.42% रहा।
जीएनपीए 0.83%, एनएनपीए 0.20% रहा।
पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) 15.91% और सीईटी 1 अनुपात 15.03% रहा।
करूर वैश्य बैंक के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री रमेश बाबू बी ने कहा, "हमने अपने तीन प्रमुख मानकों: विकास, लाभप्रदता एवं परिसंपत्ति गुणवत्ता के आधार पर एक और तिमाही में मजबूत प्रदर्शन करना ज़ारी रखा है। बैंक के प्रदर्शन संकेतक हमारे मार्गदर्शन के अनुरूप हैं, जो निरंतर एवं समावेशी विकास को प्रदर्शित करते हैं।
हमने आरएएम (रिटेल, एग्रीकल्चर और एमएसएमई) क्षेत्र में मजबूत वृद्धि करना ज़ारी रखा है एवं हमने वर्ष के आरम्भ में जो ज़बरदस्त शुरुआत की थी उसे आगे बढ़ाया है। मुझे विश्वास है कि आगे भी यह गति बनी रहेगी।
हमारा कुल व्यवसाय ₹1,81,993 करोड़ को पार कर गया। सभी व्यावसायिक खंडों के समावेशी विकास की सहायता से इस नौ महीनों की अवधि का शुद्ध लाभ ₹1,428 करोड़ तक पहुँच सका है।"
करूर वैश्य बैंक (‘बैंक’) ने 20 जनवरी 2025 को 31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही/नौ महीनों की अवधि के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की। बैंक ने व्यवसाय वृद्धि, लाभप्रदता के साथ-साथ परिसंपत्ति गुणवत्ता के मामले में अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखा है।
बैलेंस शीट:
31 दिसंबर, 2024 तक बैलेंस शीट की राशि ₹ 1,16,373 करोड़ रही, जबकि 31 दिसंबर, 2023 तक यह ₹ 1,02,868 करोड़ थी, अर्थात 13.13% की वृद्धि हुई है।
31 दिसंबर 2024 तक कुल व्यवसाय ₹ 1,81,993 करोड़ रहा, जो कि वर्ष-दर-वर्ष 14.93% की वृद्धि दर्शाता है, अर्थात 31.12.2023 तक ₹ 1,58,357 करोड़ की तुलना में ₹ 23,636 करोड़ अधिक है।
31 दिसंबर 2024 तक कुल जमा राशि ₹ 99,155 करोड़ रही, जो वर्ष-दर-वर्ष 15.75% की वृद्धि दर्शाता है, अर्थात 31.12.2023 तक ₹ 85,665 करोड़ की तुलना में ₹ 13,490 करोड़ अधिक है।
31 दिसंबर 2024 तक कुल अग्रिम राशि ₹ 82,838 करोड़ रही, जो वर्ष-दर-वर्ष 13.96% की वृद्धि दर्शाता है, अर्थात 31.12.2023 तक ₹ 72,692 करोड़ की तुलना में ₹ 10,146 करोड़ अधिक है।
वित्तीय प्रदर्शन – वित्त वर्ष 2025 के नौ महीनों के लिए:
नौ महीनों के शुद्ध लाभ में 24.28% की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई और यह पिछले वर्ष के इसी नौ महीनों के लिए ₹ 1,149 करोड़ से बढ़कर ₹ 1,428 करोड़ हुआ।
नौ महीनों के पीपीओपी में 21.15% की वृद्धि देखी गई और यह पिछले वर्ष के इसी नौ महीनों के लिए ₹ 1,962 करोड़ की तुलना में ₹ 2,377 करोड़ रहा।
शुद्ध ब्याज आय पिछले वर्ष के इसी नौ महीनों के लिए ₹ 2,814 करोड़ की तुलना में 12.40% बढ़कर ₹ 3,163 करोड़ हुआ।
शुद्ध ब्याज मार्जिन पिछले वर्ष के इसी नौ महीनों के लिए 4.20% की तुलना में 11 आधार अंक घटकर 4.09% हुआ।
जमाराशि की लागत में 44 आधार अंकों की वृद्धि हुई तथा यह पिछले वर्ष के इसी नौ महीनों के लिए 5.13% की तुलना में 5.57% पर रहा।
अग्रिमों पर प्राप्ति पिछले वर्ष के इसी नौ महीनों के लिए 9.88% की तुलना में 24 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 10.12% पर रही।
कमीशन एवं शुल्क आधारित आय में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 12.92% की वृद्धि हुई, जो पिछले वर्ष के इसी नौ महीनों के लिए ₹ 627 करोड़ से बढ़कर ₹ 708 करोड़ पर रहा।
परिचालन व्यय पिछले वर्ष के इसी नौ महीनों के लिए ₹ 1,882 करोड़ की तुलना में इस नौ महीनों के लिए ₹ 2,114 करोड़ रहा।
लागत एवं आय अनुपात 47.06% (पिछले वर्ष के इसी नौ महीनों के लिए 48.95% था) रहा।
वित्तीय प्रदर्शन – वित्तीय वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही बनाम वित्तीय वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही:
तिमाही के लिए शुद्ध लाभ में 20.39% की मजबूत वृद्धि देखी गई और यह पिछले वर्ष की इसी तिमाही के ₹ 412 करोड़ से बढ़कर ₹ 496 करोड़ हुआ।
तिमाही के लिए पीपीओपी में 20.56% की वृद्धि देखी गई और यह पिछले वर्ष की इसी तिमाही के ₹ 676 करोड़ से बढ़कर ₹ 815 करोड़ हुआ।
शुद्ध ब्याज आय में 7.79% की वृद्धि हुई और यह बढ़कर ₹ 1,079 करोड़ हुआ जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के लिए ₹ 1,001 करोड़ था।
शुद्ध ब्याज मार्जिन पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 4.32% की तुलना में इस तिमाही के लिए 4.03% पर रहा।
जमा की लागत में 41 आधार अंकों की वृद्धि हुई और यह पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 5.25% की तुलना में 5.66% पर रहा।
अग्रिमों पर प्राप्ति पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 10.16% की तुलना में 10.16% पर स्थिर बनी रही है।
कमीशन एवं शुल्क आधारित आय में पिछले वर्ष की इसी तिमाही के ₹ 226 करोड़ की तुलना में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 3.54% की वृद्धि हुई और इस वर्ष की तिमाही में यह ₹ 234 करोड़ रहा।
इस तिमाही के लिए परिचालन व्यय पिछले वर्ष की इसी तिमाही के ₹ 683 करोड़ की तुलना में ₹ 731 करोड़ रहा।
लागत एवं आय अनुपात 47.27% (पिछले वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए 50.27% था) रहा।
पूंजी पर्याप्तता:
बेसल III दिशा-निर्देशों के अनुसार पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) 31 दिसंबर, 2024 तक 15.91% (31 दिसंबर, 2023 तक 15.39%) रहा, जबकि विनियामक आवश्यकता 11.50% है। टियर 1 के लिए 31 दिसंबर, 2024 तक 15.03% रहा, जबकि 31 दिसंबर, 2023 तक यह 13.87% था। जोखिम-भारित परिसंपत्तियाँ 31 दिसंबर, 2024 तक ₹ 64,756 करोड़ (31 दिसंबर, 2023 तक ₹ 59,531 करोड़) रहीं।
परिसंपत्ति गुणवत्ता:
सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (जीएनपीए) में 75 आधार अंकों का सुधार हुआ और यह 31 दिसंबर, 2024 को सकल अग्रिमों का 0.83% (₹ 691 करोड़) और 31 दिसंबर, 2023 को 1.58% (₹ 1,152 करोड़) रहीं।
शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनएनपीए) 1% से कम रहीं और 31 दिसंबर, 2024 को शुद्ध अग्रिमों का 0.20% (₹ 167 करोड़) और 31 दिसंबर, 2023 को 0.42% (₹ 305 करोड़) रहीं।
प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) 31 दिसंबर, 2024 को 96.87% रहा, जबकि 31 दिसंबर, 2023 को यह 94.81% था।
नेटवर्क:
31 दिसंबर, 2024 तक बैंक का वितरण नेटवर्क 866 शाखाओं और 1 डिजिटल बैंकिंग इकाई तथा 2,197 एटीएम/कैश रिसाइकलर तक पहुंच गया है, जबकि 31 दिसंबर, 2023 तक 831 शाखाएं और 2,251 एटीएम/कैश रिसाइकलर थे। हमारी 55% शाखाएं अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। इसके अतिरिक्त, हमारे 378 व्यावसायिक संवाददाता भी हैं।
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